प्लास्टिक के कैरी बैग का चलन बढ़ा, पर्यावरण के लिए घातक

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोर्ट के आदेश पर शासन ने प्लास्टिक के कैरी बैग के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। प्रतिबंध के साथ ही इसका उपयोग करने और बिक्री करने पर जुर्माने का प्रावधान रखा है। दो साल पहले धरपकड़ अभियान चलाकर इसको रोकने के प्रयास हुए थे, लेकिन अब तो खुले आम प्लास्टिक के थैलों का उपयोग हो रहा है। जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

शहर से लेकर गांव की बाजार में प्लास्टिक के कैरी बैग का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। दुकानदार भी सामग्री को देने से लिए छोटी से बड़ी प्लास्टिक कैरी बैग को खरीद कर लाते हैं। इसमें सामान को भरकर लोगों के हाथ में थमा देते हैं। सड़कों में फुटपाथ में फल, सब्जी आदि बेचने वालों के यहां भी इसका उपयोग होता मिल जाएगा। दो साल पहले कोर्ट के निर्देश पर प्लास्टिक कैरी बैग पकड़ो अभियान शुरू हुआ था। जिले की दो नगर पालिकाओं और पांच नगर पंचायतों में धरपकड़ अभियान के चलते दुकानदारों ने इनका उपयोग बंद कर दिया था। प्रशासनिक शिथिलता के चलते फिर से इनका चलन बढ़ा है। जीविकोपार्जन के लिए लोग फेरी लगाकर प्लास्टिक थैले की आपूर्ति कर रहे हैं। इतना ही नहीं अफसरों के घरों में प्लास्टिक में भर कर सामान पहुंच रहा है। जिम्मेदार कार्रवाई की बात मानों भूल गए हैं। इधर एक साल से जिले में धरपकड़ अभियान पूरी तरह से सुस्त पड़ा हुआ है। प्लास्टिक कप और थाली बंद, गिलास से पटे बाजार…..ReadMore